Sanskrit Grammar Class 10:- संस्कृत जो कि देवनागरी लिपि की एक भाषा है | भारत व विश्व की प्राचीनतम भाषाओं के सूची में संस्कृत भाषा सबसे पहले स्थान पर आती है | इसके साथ-साथ संस्कृत भाषा को भाषाओं की जननी भी कहा जाता है | संस्कृत भाषा को आर्यों की भाषा कहा जाता है एवं यह वैदिक युग की भाषा है अर्थात आज से लगभग 3500 वर्ष पुरानी भाषा है |
Sanskrit Grammar Class 10
भारत की प्राचीन काल के अधिकांश धर्म-ग्रंथ या पुस्तकें या काव्य-ग्रंथ व रचनाएं संस्कृत भाषा में ही है | वर्ग 10 में संस्कृत भाषा एक अनिवार्य भाषा है जो कि कुल 100 अंकों की होती है जिसमें कुछ प्रश्न वर्ग 10 के संस्कृत किताबों से तो कुछ प्रश्न संस्कृत व्याकरण से संबंधित होती है | Sanskrit Vyakaran से संबंधित उन सभी बिंदुओं को आप आज इस लेख के माध्यम से पढ़ेंगे |
Sanskrit Grammar Class 10 Sanskrit Vyakaran:- आज आप संस्कृत व्याकरण के उन बिंदुओं को जानेंगे जो कि आपको वर्ग 10 के बोर्ड परीक्षा में संस्कृत भाषा में अच्छे अंक प्राप्त करने में मदद करेगी |
कारक प्रकरण | समास प्रकरण | उपसर्ग व प्रत्यय प्रकरण |
संधि प्रकरण | अव्यय प्रकरण | पर्यायवाची शब्द |
शब्द रूप | धातु रूप | विलोम शब्द |
चलिए जानते हैं इन सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में | कारक प्रकरण से हमारी शुरुआत होगी | कारक प्रकरण, संस्कृत अनुवाद का नीव है इसकी सहायता से ही आपलोग किसी भी वाक्य का संस्कृत भाषा में अनुवाद कर सकते हैं | यह प्रकरण के बारे में कुछ निम्न बातें जो आपको अनुवाद करते समय बहुत ही उपयोगी साबित होगी | जाने कारक प्रकरण के बारे में विस्तार से – कारक प्रकरण
karak in sanskrit Vyakaran
कारक प्रकरण को सात व्यक्तियों में बांटा गया है जो कि इस प्रकार है –
कारक के नाम | उनकी विभक्तियाँ |
---|---|
कर्ता कारक | प्रथमा विभक्ति |
कर्म कारक | द्वितीया विभक्ति |
करण कारक | तृतीया विभक्ति |
सम्प्रदान कारक | चतुर्थी विभक्ति |
अपादान कारक | पंचमी विभक्ति |
सम्बन्ध कारक | षष्ठी विभक्ति |
अधिकरण कारक | सप्तमी विभक्ति |
अव्यय प्रकरण – किसी वाक्य में ऐसी शब्द जिनका रूप परिवर्तित नहीं होता हो | खास तौर हिंदी से संस्कृत भाषा में अनुवाद करते समय इसका उपयोग किया जाता है | अव्यय प्रकरण के बारे में अधिक जानकारी के लिए अभी पढ़े अव्यय प्रकरण पर लिखे इस लेख को – अव्यय प्रकरण
संस्कृत अव्यय पद | हिंदी अर्थ | संस्कृत अव्यय पद | हिंदी अर्थ |
---|---|---|---|
अकस्मात | अचानक | अतः | अतः |
अत्र | यहाँ | अथवा | या |
अपि | भी | अये | हे |
अति | अत्यधिक | अतीव | अत्यधिक |
अहो | अहो | अथ | इसके बाद |
अथकिम् | हाँ और क्या | आद्य | आज |
आरात | नजदीक | आद्यपि | आज भी |
अग्रे | सामने | इतः | यहाँ से |
अरे | हे | परितः | चारों ओर |
अहह | हाय | एवम | इस प्रकार |
Samas in sanskrit vyakaran
समास प्रकरण:- संस्कृत व्याकरण के सबसे दीर्घ व संस्कृत भाषा को औरों से अलग एवं महान भाषा बनाने में समास प्रकरण का बहुत महत्व है | समास प्रकरण से संबंधित बहुत सारे प्रश्न आपको वर्ग 10 के बोर्ड परीक्षा व कई प्रतियोगी परीक्षा में भी पूछा जाता है| समास प्रकरण:- समास के भेद और उनके विश्लेषण पढ़े जो कि आपको समास प्रकरण को समझने में सहायता प्रदान करेगी – समास प्रकरण
सामासिक शब्द | समास का नाम |
---|---|
यथाशक्ति | अव्ययीभाव समास |
यथाकालम् | अव्ययीभाव समास |
प्रतिदिनम् | अव्ययीभाव समास |
शरणागतः | द्वितीया तत्पुरुष समास |
मासपूर्वः | तृतीया तत्पुरुष समास |
आचरनिपुणः | तृतीया तत्पुरुष समास |
नीलोत्पलम | कर्मधारय समास |
जायापती | द्वन्द्व समास |
त्रिलोकी | द्विगु समास |
पीताम्बरः | बहुव्रीहि समास |
उपसर्ग प्रकरण:- उपसर्ग जिससे आप अंग्रेजी भाषा में Prefix कहते हैं अर्थात किसी शब्द के पहले जोड़कर उस शब्द का मूल अर्थ को बदल डालाना | जिस शब्द को जोड़कर किसी शब्द का मूल अर्थ परिवर्तित किया जाता है, उस शब्द को उपसर्ग कहते हैं | इस प्रकरण के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप भी पढ़ें उपसर्ग प्रकरण पर लिखे हुए लेख – उपसर्ग प्रकरण
Sanskrit Grammar Class 10
Sanskrit Grammar Class 10 – प्रत्यय प्रकरण:- प्रत्यय अर्थात suffix, suffix की ही संस्कृत प्रत्यय होती है, जिस तरह आप suffix शब्द का उपयोग कर अंग्रेजी भाषा के शब्दों का अर्थ परिवर्तित करते हैं उसी प्रकार संस्कृत भाषा में भी प्रत्यय जोड़कर शब्दार्थ बदल जाते हैं | इस प्रकरण के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप भी पढ़ें इस प्रकरण पर लिखे हुए लेख – प्रत्यय प्रकरण
उपसर्ग + शब्द | शब्द | शब्द + प्रत्यय | शब्द |
---|---|---|---|
प्र + हारः | प्रहारः | भू + क्त | भूतः |
आ + हारः | आहारः | गम् + क्त | गतः |
वि + हारः | विहारः | आ + गम् + क्त | आगतः |
उप + हार | उपहार | पा + क्त | पीतः |
उप + सरति | उपसरति | भू + क्तवत | भूतवान |
68वीं बीपीएससी प्रीलिम्स सिलेबस हिंदी में 2023
बीपीएससी 68वीं परीक्षा अधिसूचना 2022
Sandhi in sanskrit vyakaran
संधि प्रकरण:- संधि प्रकरण, समास प्रकरण की ही भांति, संस्कृत व्याकरण का बहुत बड़ा भाग है | किसी दो शब्दों का मेल संधि व किसी एक शब्द का एक से अधिक शब्दो में विच्छेदन ही संधि विच्छेद कहलाती है | इस प्रकरण के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप भी पढ़ें इस प्रकरण पर लिखे हुए लेख – संधि प्रकरण
संधि | शब्द |
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अधि + ईश्वरः | अधीईश्वरः |
नदी + ईशः | नदीशः |
कार्य + आलयः | कार्यालयः |
राम + अयनम | रामायणम |
महा + अनुभाव | महानुभावः |
लोक + अपवाद | लोकापवादः |
सेवा + आश्रम | सेवाश्रमः |
दंड + अग्रम | दण्डाग्रम |
देव + आत्मा | देवात्मा |
देव + आलयः | देवालयः |
Sanskrit Vyakaran – शब्द रूप व धातु रूप:- संस्कृत व्याकरण का एक महत्वपूर्ण भाग शब्द रूप व धातु रूप होती है | शब्द रूप व धातु रूप के बारे में अधिक जानकारी के लिए पढ़े – शब्द रूप व धातु रूप |